BHARAT KI PRATHAM MAHILAYEIN (Hindi)
111 pages
Hindi

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BHARAT KI PRATHAM MAHILAYEIN (Hindi) , livre ebook

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Description

Bharat mein mahilaon ka yogdaan kisi bhi shetra mein purushon se kam nahin raha hai. Yahan tak ki unhone purushon se bhi aage badh-chadhkar khyati arjit ki hai. Prastut pustak ''Bharat ki Pratham Mahilaaye'' mein chuni hui mahilaon ke baare mein chitraan hai, jinhone kisi kaarya shetra mein pratham mahila hone ka gaurav prapt kiya. Inmein khel, police, Raajneeti, banking aadi shetra shamil hain. Ye mahilaaye kisi bhi shetra mein bhartiye mahilaon ke liye aadarsh aur anukarniye hain. Yeh pustak humaare chaatra-chaatraon ke liye vishesh upyogi hai.


Sujets

Informations

Publié par
Date de parution 01 juin 2015
Nombre de lectures 0
EAN13 9789350573495
Langue Hindi
Poids de l'ouvrage 3 Mo

Informations légales : prix de location à la page 0,0500€. Cette information est donnée uniquement à titre indicatif conformément à la législation en vigueur.

Extrait

भारत की
प्रथम महिलाएँ




विकास खत्री









प्रकाशक

F-2/16, अंसारी रोड, दरियागंज, नयी दिल्ली-110002
23240026 , 23240027 • फैक्स: 011-23240028
E-mail: info@vspublishers.com • Website: www.vspublishers.com

क्षेत्रीय कार्यालय : हैदराबाद
5-1-707/1, ब्रिज भवन (सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया लेन के पास)
बैंक स्ट्रीट, कोटि, हैदराबाद-500015
040-24737290
E-mail: vspublishershyd@gmail.com

शाखा : मुम्बई
जयवंत इंडस्ट्रियल इस्टेट, 1st फ्लोर, 108-तारदेव रोड
अपोजिट सोबो सेन्ट्रल मुम्बई 400034
022-23510736
E-mail: vspublishersmum@gmail.com

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© कॉपीराइट:
ISBN 978-93-505734-9-5
डिस्क्लिमर
इस पुस्तक में सटीक समय पर जानकारी उपलब्ध कराने का हर संभव प्रयास किया गया है। पुस्तक में संभावित त्रुटियों के लिए लेखक और प्रकाशक किसी भी प्रकार से जिम्मेदार नहीं होंगे। पुस्तक में प्रदान की गई पाठ्य सामग्रियों की व्यापकता या संपूर्णता के लिए लेखक या प्रकाशक किसी प्रकार की वारंटी नहीं देते हैं।
पुस्तक में प्रदान की गई सभी सामग्रियों को व्यावसायिक मार्गदर्शन के तहत सरल बनाया गया है। किसी भी प्रकार के उदाहरण या अतिरिक्त जानकारी के स्रोतों के रूप में किसी संगठन या वेबसाइट के उल्लेखों का लेखक प्रकाशक समर्थन नहीं करता है। यह भी संभव है कि पुस्तक के प्रकाशन के दौरान उद्धत वेबसाइट हटा दी गई हो।
इस पुस्तक में उल्लीखित विशेषज्ञ की राय का उपयोग करने का परिणाम लेखक और प्रकाशक के नियंत्रण से हटाकर पाठक की परिस्थितियों और कारकों पर पूरी तरह निर्भर करेगा।
पुस्तक में दिए गए विचारों को आजमाने से पूर्व किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है। पाठक पुस्तक को पढ़ने से उत्पन्न कारकों के लिए पाठक स्वयं पूर्ण रूप से जिम्मेदार समझा जाएगा।
मुद्रक: परम ऑफसेटर्स, ओखला, नयी दिल्ली-110020


प्रकाशक की ओर से
प्रस्तुत पुस्तक ‘भारत की प्रथम महिलाएँ’ अपने विषय की प्रथम और मौलिक कृति है। भारत में महिलाएँ पुरुषों से किसी भी बात व क्षेत्र में कम या पीछे नहीं है- इस तथ्य को उजागर करती भारत की महिलाओं के शौर्य, गुण आदि सफलता की कहानी बयाँ करती हुई यह पुस्तक है, जो महिलाओं के गौरव स्वाभिमान को जगायेगी और उनके लिए अनुकरणीय बनेगी।
-प्रकाशक


विषय-सूची
1. श्रीमती प्रतिभा पाटिल (प्रथम महिला राष्ट्रपति)
2. कल्पना चावला (अन्तरिक्ष में जाने वाली पहली भारतीय महिला)
3. रीता फारिया (पहली भारतीय मिस वर्ल्ड)
4. सानिया मिर्जा (डब्ल्यू.टी.ए. चैम्पियनशिप जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला)
5. नरगिस (पद्मश्री पाने वाली पहली महिला फिल्म कलाकार)
6. रजिया सुल्तान (प्रथम मुस्लिम साम्राज्ञी)
7. साइना नेहवाल (चार सितारा बैडमिण्टन प्रतियोगिता जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी)
8. अदिति गोवित्रिकर (पहली भारतीय ‘मिसेज वर्ल्ड’)
9. प्रमिला (पहली मिस इण्डिया)
10. रानी चेनम्मा (प्रथम वीरांगना)
11. रमा देवी (राज्यसभा की पहली महिला महासचिव)
12. सावित्री बाई फुले (प्रथम शिक्षिका)
13. डॉ. नजमा हेपतुल्ला (तीन बार राज्यसभा की उप-सभापति रहने वाली पहली महिला)
14. मीरा बोरवंकर (मुम्बई पुलिस क्राइम ब्रांच की पहली मुखिया)
15. नैना लाल किदवई (हार्वर्ड बिजनेस स्कूल की पहली भारतीय ग्रेजुएट व भारत में विदेशी बैंक का कामकाज देखने वाली प्रथम महिला)
16. किरण बेदी (प्रथम महिला आईपीएस)
17. सुचेता कृपलानी (भारत के किसी राज्य की पहली महिला मुख्यमन्त्री)
18. आनन्दी बाई जोशी (प्रथम महिला डॉक्टर)
19. सरोजिनी नायडू (किसी भारतीय राज्य की पहली महिला गवनर्र)
20. इन्दिरा गाँधी (भारत की पहली एवं एकमात्र महिला प्रधानमन्त्री)
21. राजकुमारी अमृत कौर (भारत की पहली महिला कैबिनेट मन्त्री)
22. सुष्मिता सेन (पहली भारतीय ‘मिस यूनिवर्स’)
23. बुला चौधरी (इंग्लिश चैनल दो बार तैरकर पार करने वाली पहली एशियाई महिला)
24. आशापूर्णा देवी (पहली ज्ञानपीठ विजेता महिला लेखक)
25. मदर टेरेसा (भारत की पहली एवं एकमात्र नोबेल पुरस्कार विजेता महिला)
26. कोनेरू हम्पी (सबसे कम उम्र में ग्रैण्डमास्टर बनने वाली पहली महिला खिलाड़ी)
27. मादाम भीकाजी कामा (विदेश में भारतीय झण्ड़ा फहराने वाली प्रथम महिला )
28. अंजू बॉबी जॉर्ज (विश्व एथेलेटिक्स चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी)
29. निवेदिता भसीन (पहली महिला चैक पायलट)
30. सरला ठकराल (प्रथम महिला पायलट)
31. करनम मल्लेश्वरी (भारत की पहली महिला ओलम्पिक पदक विजेता)
32. शहनाज हुसैन (हर्बल केयर में गैलरीज लाफायेटे पेरिस में जगह बनाने वाली पहली एशियाई महिला)
33. कंचन चौधरी भट्टाचार्य (प्रथम महिला डी.जी.पी.)
34. मायावती (पहली दलित महिला मुख्यमन्त्री)
35. पी.टी. उषा (प्रथम ओलम्पिक धाविका)
36. कमलजीत सन्धू (एशियाड में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली महिला)
37. डॉ. टेसी थामस (प्रथम मिसाइल वुमेन - अग्निपुत्री)
38. शीतल महाजन (दक्षिण ध्रुव पर पैरा जम्पिंग करने वाली पहली महिला)
39. कार्नेलिया सोराबजी (प्रथम महिला वकील)
40. शबनम आरा बेगम (प्रथम महिला काजी)
41. जोशना चिनप्पा (ब्रिटिश स्कवॉश चैम्पियनशिप जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी)
42. सौम्या राघवन (सेण्ट्रल रेलवे की प्रथम महिला जी.एम.)
43. आबाना मिस्त्री (प्रथम तबला-वादिका)
44. विजयलक्ष्मी पण्डित (संयुक्त राष्ट्र महासभा की पहली महिला अध्यक्ष)
45. होमी व्यारवाला (प्रथम महिला फोटो जर्नलिस्ट)
46. अरुणा आसफ अली (‘यूनियन जैक’ हटाकर तिरंगा फहराने वाली प्रथम महिला)
47. फ्लांइग ऑफिसर गुंजन सक्सेना (युद्धक्षेत्र मे उड़ान भरने वाली पहली और एकमात्र महिला पायलट)
48. वाहिदा प्रिज्म (सैन्य परेड का नेतृत्व करने वाली पहली महिला सैन्य अधिकारी)
49. मीरा कुमार (लोकसभा की प्रथम महिला अध्यक्ष)
50. शरणरानी बाकलीवाला (प्रथम सरोदवादिका)
51. एम. सी. मैरीकोम (विश्व बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में स्वर्णपदक जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी)
52. अमृता प्रीतम (साहित्य पुरस्कार पाने वाली पहली लेखिका)
53. सन्तोष यादव (दो बार एवरेस्ट फतह करने वाली पहली भारतीय महिला)
54. उज्ज्वला पाटिल धर (नौका से विश्व का चक्कर लगाने वाली पहली भारतीय महिला)
55. तीजन बाई (प्रथम पण्डवानी गायिका)
56. हर्षिनी कान्हेकर (प्रथम महिला फायर इंजीनियर)
57. लीला सेठ (हाई कोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश)
58. फातिमा बीवी (सुप्रीम कोर्ट में पहली महिला जज)
59. बानूबाई कोयाजी (परिवार-नियोजन मुहिम की प्रथम प्रणेता)
60. डॉ. लक्ष्मी सहगल (महिला रेजीमेन्ट की प्रथम लेफ्टिनेन्ट कनर्ल)
61. आरती साहा (इंग्लिश चैनल तैस्कर पार करने वाली पहली एशियाई महिला)
62. बरखा दत्त (युद्धक्षेत्र में पहली महिला रिपोर्टर)
63. लीला पूनावाला (पहली महिला मैकेनिकल इंजीनियर)
64. मुक्ति श्रीवास्तव (प्रथम महिला एयर-ट्रैफिक कण्ट्रोलर)
65. सौभद्रा (प्रथम महिला कैनोपी वैज्ञानिक)
66. एम. एस.सुब्बालक्ष्मी (भारतरत्न प्राप्त करने वाली पहली महिला संगीतज्ञ)
67. दीना वकील (किसी राष्ट्रीय स्तर के अँग्रेजी समाचार-पत्र की पहली पूर्णकालिक महिला सम्पादक)
68. कटक शम्मा (प्रथम महिला बिशप)
69. रजनी पण्डित (प्रथम महिला जासूस)
70. पद्मा बन्द्योपाध्याय (पहली महिला एयर मार्शल)
71. अरुन्धती राय (बुकर पुरस्कार विजेता पहली भारतीय महिला)
72. देविका रानी (दादा साहब फाल्के पुरस्कार की पहली महिला विजेता)
73. सुनीता चौधरी (प्रथम महिला ऑटो-चालक)
74. सिस्टर अल्फोंसा (प्रथम महिला सन्त)
75. बच्छेन्द्री पाल (एवरेस्ट फतह करने वाली भारतीय महिला)
76. कैप्टन सौदामिनी देशमुख (जेट विमान की पहली महिला कप्तान)
77. दीना मेहता (प्रथम महिला स्टॉक ब्रोकर)
78. रंजना कुमार (किसी सार्वजनिक बैंक की पहली महिला महाप्रबन्धक)
79. तर्जनी वकील (एक्जिम बैंक की पहली महिला सीएमडी)
80. अपर्णा मोहिले (डाक सेवा बोर्ड की पहली महिला सदस्य)
81. नीरजा भनोट (अशोक चक्र पाने वाली पहली महिला)
82. चोकिला अय्यर (पहली महिला विदेश सचिव)
83. रचेल थॉमस (देश की पहली महिला और एकमात्र असैन्य स्काई ड़ाइवर)
84. सोनाली बनर्जी (पहली महिला मैरीन इंजीनियर)
85. मेहर मूस (अण्टार्कटिका पर पहुँचने वाली पहली भारतीय महिला)
86. पुनीता अरोड़ा (पहली महिला लेटिनेण्ट जनरल)
87. सुरेखा यादव (एशिया की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर)
88. सुचेता कदेथांकर (पहली भारतीय महिला जिसने गोबी रेगिस्तान पार किया)
89. हर्षा चावड़ा (देश की पहली आईवीएफ ‘बेबी’)



श्रीमती प्रतिभा पाटिल
प्रथम महिला राष्ट्रपति
स्व तन्त्रता के 60 वर्षों बाद भारतीय गणतन्त्र ने एक महिला को देश की प्रथम नागरिक होने का गौरव प्रदान किया। श्रीमती प्रतिभा पाटिल ने राष्ट्रपति पद स्वीकार करके, महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बनकर भारतीय इतिहास में एक स्वर्णपृष्ठ का इज़ाफा किया है। प्रतिभा ताई पाटिल स्वतन्त्र भारत की 12वीं राष्ट्रपति हैं।
महाराष्ट्र के जलगावँ जिले में 19 दिसम्बर 1934 को प्रतिभा पाटिल का जन्म हुआ । उनके पिता श्री नारायण राव पाटिल प्रसिद्ध वकील थे प्रतिभा पाटिल ने जलगाँव के एम.जे. कॉलेज से एम.ए. तथा मुम्बई के लॉ कॉलेज से विधि-स्नातक की उपाधि प्राप्त की। जलगाँव में उन्होंने वकालत भी की।
7 जुलाई 1965 को श्री देवीसिंह शेखावत से प्रतिभा पाटिल का विवाह हुआ। देवीसिंह के पूर्वज राजस्थान के सीकर जिले के थे, पर जलगाँव में आकर बस गये थे।
भारतीय महिला की छवि की परिचायक, उच्च-शिक्षित, शालीन श्रीमती प्रतिभा पाटिल 1962 में पहली बार महाराष्ट्र विधान-सभा के लिए चुनी गयीं और फिर 1985 तक लगातार 5 बार जीतती गयींं। इस दौरान उपमन्त्री, केबिनेट मन्त्री तथा विपक्ष की नेता की भूमिकाएँ उन्होंने निभायीं। 1976 तक महाराष्ट्र सरकार में स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण उपमन्त्री, स्वास्थ्य मन्त्री तथा पुनर्वास मन्त्री रहीं। जुलाई 1976 से फरवरी 1980 तक श्रीमती प्रतिभा पाटिल महाराष्ट्र विधान-सभा में विपक्ष की नेता रहीं। 1985 से 1988 तक राज्यसभा की उप-सभापति रहीं। इस दौरान राज्य सभा की विशेष अधिकार समिति की अध्यक्ष और व्यापार सलाहकार समिति की सदस्या रहीं। 1985 से 1990 के बीच राज्य-सभा की सदस्या रहीं तथा 1988 से 1990 तक महाराष्ट्र प्रदेश काँग्रेस कमेटी की अध्यक्ष भी रहीं। 1991 में श्रीमती प्रतिभा पाटिल लोकसभा के लिए चुनी गयींं तथा अगले पाँच वर्षों तक दोनों सदनों में विभिन्न समितियों के अध्यक्ष तथा सदस्य पदों का निर्वाह किया। 1996 के बाद वह राजनीतिक पटल से गायब हो गयींं। 8 वर्ष बाद 2004 में उन्हें राजस्थान का राज्यपाल बनाया गया और उसके बाद वह देश की प्रथम नागरिक बन गयीं।
श्रीमती प्रतिभा पाटिल महाराष्ट्र में आरम्भ ही से समाज सुधार में व्यस्त रही हैं। महाराष्ट्र के सरकारी आन्दोलनों से यह सक्रिय रूप से जुड़ी हैं। महिलाओं के सशक्तिकरण, गरीबों के लिए आवास की स्थापना, कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल खोलने आदि में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। अपने पैतृक शहर जलगाँव में उन्होंने ग्रामीण युवकों के लिए अभियान्त्रिकी की महाविद्यालय तथा महिलाओं के लिए सहकारी बैंक स्थापित किये है। गरीब बच्चों के लिए स्कूली शिक्षा का प्रबन्ध किया है। अब वह स

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