Aatamvishwas Safalta Ka Aadhar
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Aatamvishwas Safalta Ka Aadhar , livre ebook

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Description

Self-confidence has been the chief weapon and sole resort for the most successful personalities in life since the ancient times. From great emperors to valiant warriors, scientists, business magnates, all have vouched forpower of self-confidence as the key to success. 'Self-confidence: the gateway to success' reveals the importance of self-confidence, how to develop it and utilize it to achieve success in life.

Informations

Publié par
Date de parution 10 septembre 2020
Nombre de lectures 0
EAN13 9789352960026
Langue English

Informations légales : prix de location à la page 0,0132€. Cette information est donnée uniquement à titre indicatif conformément à la législation en vigueur.

Extrait

आत्मविश्वास सफलता का आधार

‘सफलता प्राप्त करने के लिए सिर्फ इतना ही काफी नहीं है कि आपने बहुत मेहनत की है । इससे भी ज्यादा महत्त्वपूर्ण बात यह है कि आप मानसिक रूप से मजबूत हो ताकि अपने सामने बड़ी से बड़ी चुनौती को देखकर भी घबराहट न हो। कई बार नर्वस होना ही असफलता का कारण बन जाता है ।’
– गोल्ड मेडलिस्ट ओलंपियन निशानेबाज अभिनव बिद्रा

 

“अपनी सोच का दायरा बड़ा करे और सही अवसर को पहचानकर सही समय पर अपने काम को अंजाम दे-नतीजा मिलेगा हंड्रेड पर्सेंट सक्सेस। ऐसा करने के लिए जरूरी है कि आपका कॉन्क्रिडेंस यानी आत्मविश्वास सातवें आसमान पर हो, फिर कामयाबी हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता और कॉन्क्रिडेस हासिल करने के 'टैक्ट ऐंड फैक्ट' इस किताब में बेहतर ढंग से बताए गए है।”
– डॉ. आबिद हुसैन सुविख्यात शिक्षाविद् एवं भूतपूर्व एंबेसडर, यू.एस.ए
आत्मविश्वास सफलता का आधार

 
eISBN: 978-93-5296-002-6
© प्रकाशकाधीन
प्रकाशक डायमंड पॉकेट बुक्स (प्रा.) लि.
X-30 ओखला इंडस्ट्रियल एरिया, फेज-II
नई दिल्ली- 110020
फोन : 011-40712100
ई-मेल : ebooks@dpb.in
वेबसाइट : www.diamondbook.in
संस्करण : 2018
Atamviswash Safalta Ka Aadhar
By - Ramkailash Gupta
अपनी बात
सफलता कदमों में होगी...
आत्मविश्वास सफलता का आधार है, यह बात सौ फीसदी सच है। अगर इंसान के अंदर आत्मविश्वास है तो वह सफल होकर दिखाता ही नहीं, बल्कि दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत भी बन जाता है।
इं सान जो सोच सकता है और जिसमें यकीन करता है, वह उसे हासिल भी कर सकता है, लेकिन इसके लिए उसके अंदर आत्मविश्वास होना बहुत जरूरी है।
जब इंसान के पास आत्मविश्वास हो तो उसे अवसर भी मिलता है, लेकिन यह अवसर मिलता कैसे है, किसे मिलता है, क्यों मिलता है? इन सारे सवालों के बारे में गंभीरता से विचार करना होगा। हम अवसर की पहचान भी नहीं कर पाते और यह कहते रहते हैं कि हमें अवसर ही नहीं मिला तो हम क्या करें, लेकिन जब अवसर मिला है तो उस समय कितना कर पाते हैं, यह बड़ा विचारणीय प्रश्न है।
दुनिया में बहुत से ऐसे लोग हैं, जो ऊँचे-ऊँचे पदों पर बैठे हैं और उनकी पहुंच भी ऊँची है, लेकिन वे कई बार यह कहते हुए मिल जाते हैं कि अगर हम यह बन जाते, तो यह काम कर देते। सवाल यह है कि आप जो हैं, जैसे हैं, उसी में कुछ करके दिखाइए। इसके लिए बस आपके पास आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी है। जैसे एक विद्यार्थी यह कहता है कि अगर उसके पास कुर्सी-मेज होती, तो वह अच्छे ढंग से पढ़ाई कर सकता है। अगर ये चीजें उपलब्ध हों तो वह कहेगा कि अगर उसके पास कंप्यूटर हो तो वह अपना काम और तेजी से कर सकता है। जब कंप्यूटर भी मिल जाएगा तो वह कहेगा कि अगर लैपटॉप होता तो वह अपने काम को और भी सरलता और तेजी से कर सकता है, लेकिन अगर ये चीजें उसे नहीं मिलीं तो वह काम कैसे करेगा? यह भी उसके दुःखी होने का कारण बन जाता है।
सवाल यह है कि अगर आपके पास पूरे संसाधन हो जाएं तो फिर सोचना किस बात का है? परन्तु यदि किसी के अंदर आत्मविश्वास नहीं है तो वह अपने आत्मविश्वास को कमजोर कर अवसर को कोसता है, लेकिन जब अवसर मिलता है, उसका उपयोग ही सही से नहीं हो पाता इसलिए यह कहना कि मुझे अवसर नहीं मिला, उसे मिल गया। मेरा भाग्य ठीक नहीं है, उसका भाग्य अच्छा है, ये सब बेकार की बातें हैं। आपके पास जो संसाधन हैं, उपलब्धियां हैं, उन्हीं को अवसर समझकर कार्य कीजिए, वही आपका आत्मविश्वास है, आगे बढ़िए, सफलता आपके कदम चूमेगी। केवल रोने से अवसर नहीं मिलता।
भगवान ने दुनिया में हर इंसान को कुछ-न-कुछ करने के लिए भेजा है। हर इंसान की अपनी भूमिका है, उसका अपना महत्त्व है। हर कोई देश का प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति नहीं बन सकता, लेकिन अगर इच्छाएं प्रबल हों तो वह अपने क्षेत्र में ही शोहरत की बुलंदियों पर पहुंच सकता है। मैं आपको दिल्ली के एक ऑटो रिक्शाचालक का उदाहरण सुनाता हूँ, जिसने अपने ऑटो को खूब साफ-सुथरा रखा और उसमें सवारियों की सुविधा के लिए पीने के पानी का भी प्रबंध किया। वह सवारियों से बड़ी विनम्रता के साथ पेश आता और जितना वाजिब किराया होता, उतना ही लेता। जब दिल्ली सरकार को उसकी उपलब्धियों के बारे में पता चला, तो सरकार द्वारा उसे सम्मानित किया गया, ताकि दूसरे ऑटोचालक भी इससे सीख ले सकें, लेकिन दूसरे ऑटोचालक उसकी तरह नहीं बन पाए। वह तो बस भाग्य को ही कोसते रहते हैं कि उनकी किस्मत में ऑटो चलाना ही लिखा है। इससे जीवन थोड़े ही बदल जाएगा, लेकिन वहीं एक व्यक्ति उसी में खुश है। वह ऑटो चलाता है। लोगों से विनम्रता से पेश आता है और आगे बढ़ने के बारे में सोचता है। उसके अंदर इतना आत्मविश्वास भरा है कि उसी को वह अपनी सफलता का आधार मानता है। दूसरे की नजरों में भले ही वह ऑटोचालक है, लेकिन उसके चेहरे की खुशी बताती है कि वह एक रोजगार कर रहा है और उसी में आगे बढ़ने के लिए दिन-रात मेहनत करता है। कहने का तात्पर्य यह है कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता, बल्कि हर काम की अपनी उपलब्धि होती है। एक ही घर में पाँच बच्चे होते हैं, लेकिन पांचों समान नहीं होते। पाँचों को पढ़ने-लिखने के समान अवसर मिलते हैं, लेकिन उनमें कोई ज्यादा सफल होता है तो कोई कम। ऐसा क्यों होता है? ऐसा इसलिए होता है कि समान अवसर के बावजूद एक ने समय और मेहनत के महत्त्व को समझा और ज्यादा सफल हुआ।
अवसर हर किसी के जीवन में है, लेकिन आत्मविश्वास हर किसी के पास नहीं होता, इसलिए आत्मविश्वास के साथ अगर आप आगे बढ़ते हैं तो केवल आपकी सफलता ही आपके कदम नहीं चूमेगी, बल्कि दुनिया में आप नाम भी कमाएंगे और दाम भी। ‘आत्मविश्वास सफलता का आधार’ पुस्तक में अवसर के साथ-साथ आत्मविश्वास कैसे, जगाएं इसके बारे में विस्तार से चर्चा की गई है कि किस प्रकार से आप संघर्ष करके जीवन को सफल बना सकते हैं और अपनी अलग पहचान कायम कर सकते हैं।
राम कैलाश गुप्ता director.tecniaindia@gmail.com directortias@tecnia.in
विषय सूची आत्मविश्वास सफलता का आधार जीवन में सफलता का महत्व आत्मविश्वास को बनाएं अवसर पाने का आधार स्वजनों से मिलता आत्मविश्वास संस्कारों और नैतिक मूल्यों का महत्त्व वास्तव में अवसर है क्या अवसर को पहचानें अवसर को पकड़ो अवसर का उपयोग अवसरों को बनाएं सफलता की सीढ़ी प्राथमिकता तय करें सोच का दायरा बढ़ाएं ऊँचा सोचिए, ऊँचाइयों पर चढ़िए नई चीज तलाशें गुण-अवगुण की पहचान करें आलस को छोड़ें दूसरों का अनुसरण करें जिंदगी को खुशनुमा बनाएं सूक्तियों में छिपे हैं सफलता के गुण अनुभावों का अनुसरण करें जिंदगी को खुशनुमा बनाएं
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आत्मविश्वास सफलता का आधार
‘आ त्मविश्वास क्या है और यह कैसे जगता है? अगर आपने यह जान लिया तो आपको काम करने के अवसर भी मिलेंगे और सफलता भी आपके कदम चूमेगी।’
महात्मा गांधी कहते थे, “यदि तुमने राई के दाने के बाराबर भी आत्मविश्वास है, तो तुम्हारे लिए कोई भी कार्य असंभव नहीं है। बात सौ फीसदी सही भी है। अगर मनुष्य अपनी शक्तियों को पहचान ले और इतना आत्मविश्वास पैदा कर ले कि जो काम वह कर रहा है उसमें सफलता अवश्य मिलेगी, तो उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता इसलिए विश्वास का मनोविज्ञान समझ लेना आवश्यक है। बहुत से सैनिक युद्ध में पीठ दिखाकर भाग खड़े होते हैं, लेकिन कुछ आत्मविश्वास से इतने भरपूर होते हैं कि वे अंतिम सांस तक पराजय स्वीकार नहीं करते हैं और जब तक उनमें शक्ति होती है, तब तक मैदान में डटे रहते हैं। रणक्षेत्र में विजय ऐसे ही वीरों को मिलती है। युद्धों में इतिहास में ऐसे उदाहरण मिलते हैं जिनमें केवल आत्मविश्वास के सहारे वीरतापूर्वक लड़कर जीत हासिल की गई, जिन्होंने इस तरह का साहसपूर्वक कारनामा किया, उनका नाम आज भी आदर के साथ लिया जाता है, क्योंकि उन्होंने पूरे विश्वास के साथ लड़ाई लड़ी और दुश्मनों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
यह विश्वास की ही शक्ति है कि डेविड नाम के एक इज़रायली वीर युवक ने निहत्थे ही फिलिस्तीन के भीमकाय योद्धा गीलिथ को परास्त कर दिया था। डेविड को हथियार चलाना भी नहीं आता था। उसने एक पत्थर उठाकर उस हथियारबंद शक्तिशाली योद्धा के माथे पर ऐसा खींचकर मारा कि वह वहीं मर गया। यह पुरानी बात है, लेकिन आज भी इज़रायल का बच्चा-बच्चा वहां की पुस्तकों में डेविड के आत्मविश्वास की कहानी पढ़ता है। विश्वास किसी भी तरह की लड़ाई में जीत के लिए बड़ा जरूरी है। विजय की चाभी विश्वास है। आत्मविश्वास जाग उठे तो मनुष्य की भीतर सोई हुई सारी शक्तियां जाग उठती हैं।

‘‘आत्मविश्वास वह पक्षी है जो सूर्योदय से पहले, अंधेरी रात में ही प्रकाश का अनुभव कर लेता है और गाने लगता है।’’
-गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर
विश्व महायुद्ध के शूरवीर सैनिकों के विषय में ब्रांडस ने लिखा है कि हम जिन नवयुवकों को अत्यंत साधारण समझ रहे थे, युद्ध में उनके अद्वितीय कारनामे सुनकर बड़ा अचरज हुआ। उदाहरणतः एक नवयुवक ने, जो स्कूल में बड़ा ढीला-ढाला था और क्लास में प्रायः अनुपस्थित रहता था, उसने नौसेना में भर्ती होने का प्रयत्न किया, पर वह मेडिकल परीक्षा में अयोग्य घोषित कर दिया गया। उसने बहुत प्रयत्न किया, परंतु वह सफल न हो सका। पता नहीं कैसे, कुछ दिनों बाद वह सेना में स्थान पाने में सफल हो गया। यह समाचार सुनकर उसके सभी परिचितों को आशंका होने लगी कि वह कुछ ही दिनों में रणक्षेत्र से वापस आ जाएगा, परंतु उसने भयानक युद्ध क्षेत्र में ऐसे विकट साहस का प्रदर्शन किया कि उसे सुनकर मैं अचंभे में पड़ जाता था। वही नवयुवक जो कुछ दिनों पहले अयोग्य एवं अकर्मण्य माना जाता था, उसने एक बार जलते हुए एक बम को उठाकर खाई में फेंक दिया और दूसरी बार भीषण गोली-बारी में जान पर खेलकर अपने एक साथी की प्राण रक्षा की। ऐसे कई नवयुवक जो जीवन में बड़े ही शिथिल और निष्क्रिय से दिखाई देते हैं, वे अकस्मात् ही किसी कार्य में अद्वितीय रूप से सफल होकर लोगों को चकित कर देते हैं। भले ही वे दूसरों से कम योग्यता रखते हों, परंतु उनका आत्मविश्वास उन्हें दूसरों से अधिक सफल बना देता है। सफलता की ऊँची चोटी पर चढ़ने में उनका आत्मविश्वास ही उनका सच्चा सहायक सिद्ध होता है। यदि आप किसी भी विजेता की विजय गाथा पढ़ेंगे, तो पता चलेगा कि उसकी जीत का रहस्य उसका अटल विश्वास ही है। जब तक आपके मन में विश्वास पैदा नहीं होगा, तब तक आप किसी भी काम को लग्नपूर्वक कर ही नहीं सकते। ऐसी स्थिति में आवश्यक है कि आप आत्मविश्वास को अपना आधार बनाएं और सफलता का रास्ता तय करें। इसके लिए नीचे दिए कुछ बिन्दुओं पर ग़ौर करने की जरूरत है- जब तक आपके मन में यह विश्वास न हो जाए कि आप जो काम करने जा रहे हैं, उसमें अवश्य ही सफल होंगे, तब तक आप काम की शुरुआत न करें। अगर आपका मन दृढ़ निश्चयी हो चुका है, तो आप काम की शुरुआत कर दें। काम को लेकर आप बीच में हतोत्साहित भी हो सकते हैं, लेकिन काम जब तक अंजाम पर न पहुंच जाए, तब तक आप उस काम को उसी तेजी के साथ करते रहिए, जिस तेजी के साथ आपने काम की शुरुआत की थी। भय के दुष्प्रभाव से बचिए। यह प्रकृति का नियम है कि जिस वस्तु से हम भय खाते हैं, वह स्वयं हमारी ओर बढ़ती है इसलिए भय मत करिए। मन की दशा को ठीक रखिए, ताकि किसी प्रकार का संशय न हो। आशंका करना मूर्खता है इसलिए आशंकित मत होइए। चिंताएं निराधार और मूर्खतापूर्ण होती हैं इसलिए इस ओर बिल्कुल भी ध्यान मत दीजिए। अपने को भाग्यहीन मत समझिए। निश्चितता, प्रसन्नता एवं उत्साह को बनाए रखिए, सफलता आपके कदम चूमेगी।

 
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जीवन में सफलता का महत्व
ह म सबको जीवन में सफलता का महत्त्व पाता है, क्योंकि हम सब बहुत बार विफल रहे हैं। ज्यादातार जब हम जीवन में असफल होते हैं, तो हमें सफलता के महत्त्व का अहसास होता है, क्योंकि जीवन में सफल रहना महत्त्वपूर्ण होता है। किसी भी व्यक्ति के लिए जीवन में हर बार जीतना असंभव है। यद्यपि हम आसानी से लगातार स्वयं में सुधार लाकर अपनी सफलता की दर को बढ़ा सकते हैं। सफलता बहुत महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमारे सामने कई अवसरों को खोलती है और हम नई रोमांचक चुनौती के रूप में जीवन को देखने लगते हैं।

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