MAGIC FOR CHILDREN (Hindi)
67 pages
Hindi

Vous pourrez modifier la taille du texte de cet ouvrage

Découvre YouScribe en t'inscrivant gratuitement

Je m'inscris

MAGIC FOR CHILDREN (Hindi) , livre ebook

-

Découvre YouScribe en t'inscrivant gratuitement

Je m'inscris
Obtenez un accès à la bibliothèque pour le consulter en ligne
En savoir plus
67 pages
Hindi

Vous pourrez modifier la taille du texte de cet ouvrage

Obtenez un accès à la bibliothèque pour le consulter en ligne
En savoir plus

Description

Magic with its tricks and illusions continues to enthral audiences all over. And also as an art of deception it has not lagged behind. Like other arts it too has made great strides during the last century in India.

This book is designed to provide a comprehensive account of the latest novelties and up-to-date methods developed in the field.The primary purpose of the book is to develop scientific temper by dispelling superstitions in the minds of the people about this great art. The chemical tricks provided on every page beneath illustrations, will expose the tricks of the so-called sorcerers.

A magic wizard ghost - ghost, system - spells, exorcism, etc. is not part of. We read the book the reader will know very well that no chemical theory behind their working and entertaining game of magic that are fully supported on scientific ground. The knowledge that the magic entertainment to increase.


Informations

Publié par
Date de parution 07 novembre 2012
Nombre de lectures 0
EAN13 9789350573648
Langue Hindi
Poids de l'ouvrage 1 Mo

Informations légales : prix de location à la page 0,0500€. Cette information est donnée uniquement à titre indicatif conformément à la législation en vigueur.

Extrait

मैजिक फॉर चिल्ड्रन
(बच्चों के लिए जादू)



मेरे गुरु एवं मार्ग-निर्देशक ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त कला-प्रपूर्ण
पदमश्री डॉ. सी. नारयण रेड्डी को समर्पित

मैजिक फॉर चिल्ड्रन
(बच्चों के लिए जादू)
 
लेखक जादू रत्न पो. बी. वी. पट्टाभिराम जादूगर-सम्मोहन विद्-पत्रकार अनुवादक अविनाश बंदे
 
 



प्रकाशक

F-2/16, अंसारी रोड, दरियागंज, नयी दिल्ली-110002 23240026, 23240027 • फैक्स: 011-23240028 E-mail: info@vspublishers.com • Website: www.vspublishers.com
क्षेत्रीय कार्यालय : हैदराबाद
5-1-707/1, ब्रिज भवन (सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया लेन के पास)
बैंक स्ट्रीट, कोटि, हैदराबाद-500015
040-24737290
E-mail: vspublishershyd@gmail.com
शाखा : मुम्बई
जयवंत इंडस्ट्रियल इस्टेट, 1st फ्लोर, 108-तारदेव रोड
अपोजिट सोबो सेन्ट्रल मुम्बई 400034
022-23510736
E-mail: vspublishersmum@gmail.com

फ़ॉलो करें:

© कॉपीराइट: वी एण्ड एस पब्लिशर्स ISBN 978-93-814480-6-9

डिस्क्लिमर
इस पुस्तक में सटीक समय पर जानकारी उपलब्ध कराने का हर संभव प्रयास किया गया है। पुस्तक में संभावित त्रुटियों के लिए लेखक और प्रकाशक किसी भी प्रकार से जिम्मेदार नहीं होंगे। पुस्तक में प्रदान की गई पाठ्य सामग्रियों की व्यापकता या संपूर्णता के लिए लेखक या प्रकाशक किसी प्रकार की वारंटी नहीं देते हैं।
पुस्तक में प्रदान की गई सभी सामग्रियों को व्यावसायिक मार्गदर्शन के तहत सरल बनाया गया है। किसी भी प्रकार के उदाहरण या अतिरिक्त जानकारी के स्रोतों के रूप में किसी संगठन या वेबसाइट के उल्लेखों का लेखक प्रकाशक समर्थन नहीं करता है। यह भी संभव है कि पुस्तक के प्रकाशन के दौरान उद्धत वेबसाइट हटा दी गई हो।
इस पुस्तक में उल्लीखित विशेषज्ञ की राय का उपयोग करने का परिणाम लेखक और प्रकाशक के नियंत्रण से हटाकर पाठक की परिस्थितियों और कारकों पर पूरी तरह निर्भर करेगा।
पुस्तक में दिए गए विचारों को आजमाने से पूर्व किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है। पाठक पुस्तक को पढ़ने से उत्पन्न कारकों के लिए पाठक स्वयं पूर्ण रूप से जिम्मेदार समझा जाएगा।

प्रस्तावना
रंगमंच पर प्रस्तुत की जाने वाली प्राचीनतम कलाओं में से एक जादूगरी है। आज यह कला जिस स्तर पर पहुंची है, वह सदियों से इसकी प्रस्तुति और शैली में हो रहे परिवर्तनों का विकसित रूप है।
पुराने जमाने के तांत्रिक, जादू-टोना करने वाले तथा आदिवासियों के सरदार किसी- न-किसी रूप में जादूके सिद्धान्तों का प्रयोग करने रहे हैं चाहे वे अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए हों या अपनी प्रजा में भय उत्पत्र करने के लिए या फिर उनको मारने या उनका इलाज करने के लिए। प्रत्येक स्थिति में उनका उदेश्य अपनी अलौकिक शक्ति के प्रदर्शन से लोगों को प्रभावित करना था जबकि वास्तव में ये अलौकिक नहीं, बल्कि साधारण और प्राकृतिक क्रियाएं थीं।
समय बदलने के साथ -साथ जादूगरी को सामाजिक मान्यता प्राप्त हुई तथा यह मनोरंजन का एक सम्माननीय साधन बन गई। इसमें बेहतरीन मनोरंजन के सभी तत्व मौजूद हैं जैसे-रहस्य और चमत्कार, विनोद और आमोद, स्वप्र साकार कर असंभव को संभव बनाना आदि।
चित्रपट के आविष्कार के बाद जादू के रंगारंग कार्यक्रम पिछड़ गए। विश्वभर में रंगमंच पर बड़े पैमाने पर दिखाए जाने बाले जादू के खेल लुप्तप्राय हो गए क्योंकि रजतपट पर अधिक असंभव करामात दिखाना सरल हो गया तब ऐसी काल्पनिक चीजें दिखाई जाने लगी जो यथार्थ जीवन में संभव नहीं हैं।
आज वीडियो की प्रचुरता के कारण चित्रपट (सिनेमा) भी अपनी महत्ता खो रहा है और दर्शक दुबारा रंगमंच की ओर आकर्षित दो रहा है। किसी भी अन्य मनोरंजन से अधिक विविधता और नवीनता जादू में है। चाहे कोई दोस्तों के बीच अनौपचारिक माहौल में शौकिया जादू की चालें दिखा रहा हो या बड़े रंगमंच पर बड़े पैमाने पर खेल दिखा रहा हो, यदि करिश्मे कुशलता से दिखाए गए हो तो मनोरंजन के किसी भी अन्य माध्यम की अपेक्षा जादू अधिक प्रभावित करेगा। मनोरंजन की दुनिया में इस समय जादूगर सिगफ्राइड एवं रॉय लोगों को सबसे अधिक आकर्षित कर रहे हैं और महीने में लाखों डॉलर कमाने की क्षमता रखते हैं।
नवोदित जादूगरों के लिए इस कला का समुचित ज्ञान आवश्यक है। जादूगरी के सिद्धान्त तथा करिश्मे मानव-ज्ञान के हर क्षेत्र को छूते है चाहे वह गणित हो या भौतिक शास्त्र या रसायन शास्त्र, चाहे जीव विज्ञान हो या मनोविज्ञान या फिर विज्ञान के अत्याधुनिक आविष्कार हों।
इस ज्ञान को सिखाने के लिए अच्छे गुरु का होना आवश्यक है। 'इंडियन एक्सप्रेस' में श्री पट्ठाभि राम की एक लेखमाला प्रकाशित की गई थी, जिसमें उन्होंने जादू के कुछ गुर सिखाए थे। उन्होंने एक पुस्तक है मैजिक फॉर फन' भी लिखी है. जो इस क्षेत्र में आने वाले किसी भी नवोदित कलाकार के लिए एक अत्युत्तम पुस्तक है।
अब वह एक और पुस्तक' मैजिक फॉर चिल्ड्रन का प्रकाशन करा रहे हैं, जिससे इस मनमोहक कला के और भी नये पहलू सीखे जा सकेंगे।
आपने चाहे दोस्तों की महफिल को आनंदित बनाने के उद्देश्य से जादुगरी सीखनी आरंभ की हो या आप व्यावसायिक जादूगर हो जो नये-नये और तुरन्त किए जाने वाले प्रयोग सीखना चाहते हों, वे इस पुस्तक में कुछ-न-कुछ अमूल्य अवश्य पाएंगे।
व्यावसायिक जादूगरों में एक आम धारणा हैं कि यदि कोई व्यक्ति किसी पुस्तक की सहायता से जादू की एक चाल भी सीख सके, तो समझ लो कि पुस्तक का मूल्य वसूल हो गया। मुझे विश्वास है कि इस पुस्तक के हर पाठक को यहीं महसूस होगा कि यह अपने मूल्य से कई गुणा अधिक उपयोगी हैं। मनोरंजन मुबारक हो।
सैम दलाल
(जादुई वस्तुओं के विक्रेता तथा जादूगर) 25, मीलियौड स्ट्रीट, कलकता – 700017

जी हाँ ! आप जादूगर हैं।
यह पुस्तक लिखने का प्रथम उद्देश्य जादूगरी को महान कला के प्रति अन्ध-विश्वासों को दूरकर लोगो में वैज्ञानिक विचारों को प्रस्कूटित करना है क्योकि अभी तक जादुगरी को एक ऐसा रहस्यमय खेल समझा जाता था जो केवल अलौकिक शक्ति प्राप्त तंत्र-विधा, जादू-टोना और इन्द्रजाल के जानकारों दवरा ही संभव था। अब लोग यह बात समझ गए है कि जादूगरी किसी भी अवस्था में जादू-टोना, भूत-प्रेत, तंत्र-मंत्र एवं झाड़ फूँक से जुडी नहीं है, वह काल्पनिक और निर्मूल है।
प्रत्येक पृष्ठ पर चित्र के नीचे दिए गए रासायनिक सिद्धान्त झाड़- फूँक वालों के करिश्मो की पोल खोलने में सक्षम है।
भुलावे में डालने की कला है जादू, जो अन्य किसी भी कला से पीछे नहीं है। अन्य कलाओं की भाँति इसने भी इस शताब्दी में भारत में बहुत उन्नति की है। नये-नये अभूतपूर्व करिश्मे खोज निकाले गए। साथ ही, सुधरे हुए नये तरीको का भी आविष्कार हुआ। "मैजिक फॉर चिल्ड्रन' को इस प्रकार बनाया गया है कि आपको नवीनतम सिद्धान्तो का ब्योरा मिल सके और आप नवीन चालें सीख सके।
जाने-माने इंजीनियर-जादूगर तथा जादूगरी की वस्तुओं के विक्रेता श्री सैम दलाल की प्रस्तावना के लिए में उनका आभारी हूँ। "इंडियन एक्सप्रेस' के प्रति भी मैं आभार व्यक्त करता हूँ, जिसने "वीकएण्ड' पत्रिका में हर सप्ताह इन चालों को प्रकाशित किया था। में इस पुस्तक के प्रकाशक को भी धन्यवाद देना चाहता हूँ, जिन्होंन इतने खूबसूरत ढंग से यह पुस्तक प्रकाशित की है। क्यों न हो यह उनका जादू है।
अंतत: मैं अपने डाकिए का भी शुक्रगुजार हूँ जो मेरे जादू के सैकड़ो चहेते पाठकों के पत्र मुझ तक स्मित-हास्य सहित पहुंचाता है। उसने वादा किया है कि वह हमेशा हँसमुख रहेगा। इसीलिए मेरे दोस्तों, पत्र लिखने में मत झिझकिए। आपकी राय और सलाह मेरे लिए अमूल्य होगी।
अच्छा चलिए! जादू का समय हो चला है।
- डॉ बी.बी. पटटाभीराम प्रबंधक प्रसान्थी काउंसलिंग एण्ड एच.आर.डी.सेंटर


विषय-सूची
1. उल्टी-पुल्टी माचिस
2. गणित भूलभुलैयां
3. हैंकी-पैंकी
4. अचूक भविष्यवाणी
5. छड़ी जो खड़ी
6. चालबाज अंक
7. नहले पर दहला
8. गिलास जो गिरे नहीं
9. डिब्बी में बन्द उंगली
10. नाचती बोतल
11. जादुई माचिस
12. पीने वाला पी गया
13. किनारे-किनारे
14. कार्बन-करिश्मा
15. अदभुत रेत
16. कटा, पर साबुत रहा
17. उंगलियों पर नाचते पत्ते
18. अदभुत भविष्यवाणी
19. वैदिक चमत्कार
20. जादुई आम रस
21. इक्के ही इक्के
22. राख से नोट
23. टेलीफोन टेलीपैथी
24. लुप्त हुआ सिक्का
25. पैनी चाल
26. रहस्यमयी जादुई छड़ी
27. भेदिए पत्ते
28. रानियां राजा बनीं
29. विज्ञान नहीं, जादू है
30. अंकों का इन्द्रजाल
31. लाल रंग या काला?
32. रंग बदलने वाला गुब्बारा
33. मदारी का जादू
34. पत्ता कट गया
35. हास्य-जादू बनाम " फनच्यूरिंग"
36. गुनगुनाती छुरी
37. हाथ की सफाई
38. एक पत्ता दो चेहरे
39. फर्स्ट ऐड मैचबॉक्स
40. ओह! भूल हो गई
41. जादू की टॉफियां
42. मीठा-मीठा जादू
43. मन आपका खेल हमारा
44. गिलीगिली
45. जैसे को तैसा
46. बटनहोल का गुलाब
47. सारे इक्के आपके लिए
48. खोया हुआ इक्का
49. नकाब के पीछे
50. अदृश्य पत्ता
51. नाम करे काम
जादूगरी के कुछ नियम - विनियम



उल्टी-पुल्टी माचिस
सामग्री : एक माचिस की डिबिया, ब्लेड व सेलोटेपा
जादू : दोस्तों की महफिल में जादू की चालों में यह चाल सबसे अधिक लोकप्रिय है। चूंकि माचिस हर घर में उपलब्ध होती है। अत: इससे कई जादुई करिश्मे आसानी से दिखाए जा सकते हैं।
एक सामान्य माचिस की डिबिया लीजिए। इसे एक ओर से आधा इंच खोलकर मेज पर रख दीजिए। दर्शक देखेगा कि डिबिया भरी है। अब डिबिया बंद करके इसे चार-पांच बार घुमाइए और पूछिए, 'माचिस का कौन-सा भाग ऊपर है?
माचिस पर लेबल लगा होने से उसके ऊपरी भाग का अंदाजा हो जाता है। यदि दर्शक कहें कि डिबिया उल्टी है, तो उसे खोलकर उन्हें तीलियां दिखा दें। यदि वे कहें कि उपरी हिस्सा ही ऊपर है तो डिबिया खोलकर उन्हें दिखा दे कि माचिस तो उल्टी है। ऐसा आप कई बार कर सकते हैं। हर बार दर्शक मात खाएंगे और सहीं बताने में विफल रहेंगे।
रहस्य: इस जादू के खेल के लिए आपको पहले से ही तैयारी करनी पड़ती है। माचिस की डिबिया में से उसकी ट्रे निकालकर खाली कर लें। फिर ट्रे को ब्लेड से दो भागों में काटिए। अब आधे भाग को उल्टा व दूसरे को सीधा रखें और दोनों को सेलोटेप से जोड़ लें। फिर सारी तीलियां दुबारा उसमें भर दें। डिबिया बन्द कर लें। अब आप चमत्कार दिखा सकते हैं। ध्यान रहे - डिबिया केवल एक इंच ही खोलें, इससे अधिक नहीं।


गणित भूलभुलैयां
सामग्री : एक श्याम-पट्ट (ब्लैक-बोर्ड) व चॉक
जादू : आधुनिक जगत् में जादू के दो प्रकार है - वास्तविक तथा काल्पनिका ऑक्सफ़ोर्ड डिक्शनरी (शब्दकोश) के अनुसार, जादू नाटकीय कला भी है और जादू-टोना भी। वैसे, जादू एक यथार्थ कला है, जबकि जादू-टोना काल्पनिक भय है। जादू-टोना करने वाले कई करिश्मे दिखाकर लोगों में अपनी अलौकिक शक्ति की धाक जमाते है।
अब एक पुरातन चाल देखिए, जो चेहरा पढने की कला जानने वाले किया करते थे। यह खेल स्कूल की कक्षा में बखूबी खेला जा सकता है। खेल आरंभ करने से पूर्व कागज के एक टुकड़े पर कुछ लिखकर दर्शकों में से किसी एक को पकड़। दें। अब दर्शकों में से एक को बुलाकर कहें कि वह ब्लैक-बोर्ड पर अपनी आयु और उसके नीचे जन्म-वर्ष लिखे। फिर दूसरे दर्शक से कहें कि वह आकर किसी एक महत्वपूर्ण घटना जैसे - स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस आदि का वर्ष बोर्ड पर लिखे। उस महत्वपूर्ण घटना के वर्ष के बाद से अब तक जितने वर्ष बीते हैं, वह लिखे। अब इन सब अंकों का जोड़ निकालें। जब बोर्ड का जोड़ वही होगा, जो आपने खेल शुरु होने से पूर्व कागज पर लिखकर एक दर्शक को दिया था ।
रहस्य: यह जादुई चाल गणित के इस सरल सिद्धान्त पर आधारित है कि किसी भी व्यक्ति की आयु और उसके जन्म-वर्ष का जोड़ वर्तमान वर्ष के बराबर आएगा। इसी प्रकार किसी घटना का वर्ष तथा उस घटना के बाद से अब तक बीते वर्षों का ज

  • Univers Univers
  • Ebooks Ebooks
  • Livres audio Livres audio
  • Presse Presse
  • Podcasts Podcasts
  • BD BD
  • Documents Documents