AJIBOGARIB TATHYA
92 pages
Hindi

Vous pourrez modifier la taille du texte de cet ouvrage

Découvre YouScribe en t'inscrivant gratuitement

Je m'inscris

AJIBOGARIB TATHYA , livre ebook

-

Découvre YouScribe en t'inscrivant gratuitement

Je m'inscris
Obtenez un accès à la bibliothèque pour le consulter en ligne
En savoir plus
92 pages
Hindi

Vous pourrez modifier la taille du texte de cet ouvrage

Obtenez un accès à la bibliothèque pour le consulter en ligne
En savoir plus

Description

The book contains a total of 501 facts which make the reader wonder about our strange but truly fascinating world.

The success of this book underlines the growing realisation that books now are no longer looked upon something as having necessarily a direct link to classroom and examination—and in consequence, to be shelved when the need is over. With exciting facts from different fields the book stimulates young reader''s interest in the world around him-thus inspiring him to pursue knowledge purely for the sake of it. In turn it also helps to develop logical thinking and a scientific temperament.


Informations

Publié par
Date de parution 08 juillet 2011
Nombre de lectures 0
EAN13 9789350573457
Langue Hindi
Poids de l'ouvrage 1 Mo

Informations légales : prix de location à la page 0,0500€. Cette information est donnée uniquement à titre indicatif conformément à la législation en vigueur.

Extrait

लेखक
संजीव गर्ग
 
चित्राकनं
उदयशंकर
 
 
 
 




प्रकाशक

F-2/16, अंसारी रोड, दरियागंज, नयी दिल्ली-110002 23240026, 23240027 • फैक्स: 011-23240028 E-mail: info@vspublishers.com • Website: www.vspublishers.com
क्षेत्रीय कार्यालय : हैदराबाद
5-1-707/1, ब्रिज भवन (सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया लेन के पास)
बैंक स्ट्रीट, कोटि, हैदराबाद-500015
040-24737290
E-mail: vspublishershyd@gmail.com
शाखा : मुम्बई
जयवंत इंडस्ट्रियल इस्टेट, 1st फ्लोर, 108-तारदेव रोड
अपोजिट सोबो सेन्ट्रल मुम्बई 400034
022-23510736
फ़ॉलो करें:
© कॉपीराइट: वी एण्ड एस पब्लिशर्स ISBN 978-93-814481-9-9
 
 
 
 
डिस्क्लिमर
इस पुस्तक में सटीक समय पर जानकारी उपलब्ध कराने का हर संभव प्रयास किया गया है। पुस्तक में संभावित त्रुटियों के लिए लेखक और प्रकाशक किसी भी प्रकार से जिम्मेदार नहीं होंगे। पुस्तक में प्रदान की गई पाठ्य सामग्रियों की व्यापकता या संपूर्णता के लिए लेखक या प्रकाशक किसी प्रकार की वारंटी नहीं देते हैं।
पुस्तक में प्रदान की गई सभी सामग्रियों को व्यावसायिक मार्गदर्शन के तहत सरल बनाया गया है। किसी भी प्रकार के उदाहरण या अतिरिक्त जानकारी के स्रोतों के रूप में किसी संगठन या वेबसाइट के उल्लेखों का लेखक प्रकाशक समर्थन नहीं करता है। यह भी संभव है कि पुस्तक के प्रकाशन के दौरान उद्धत वेबसाइट हटा दी गई हो।
इस पुस्तक में उल्लीखित विशेषज्ञ की राय का उपयोग करने का परिणाम लेखक और प्रकाशक के नियंत्रण से हटाकर पाठक की परिस्थितियों और कारकों पर पूरी तरह निर्भर करेगा।
पुस्तक में दिए गए विचारों को आजमाने से पूर्व किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है। पाठक पुस्तक को पढ़ने से उत्पन्न कारकों के लिए पाठक स्वयं पूर्ण रूप से जिम्मेदार समझा जाएगा।



 
दो शब्द
रोजमर्रा की जिंदगी में हम बहुत-सी आकर्षक चीजें देखते या लोगों से सुनते हैं । कई बार तो वे बातें बिलकुल अविश्वसनीय लगती हैं । इस पुस्तक में ऐसे 501 अजीबोगरीब तथ्य प्रस्तुत किए गए हैं।
इसमें 10 अध्याय हैं। इन अध्यायों में धरती के बहुत-से विलक्षण पहलुओं, ब्रह्माण्ड, मानव-शरीर, पशु, पक्षी, पौधे, प्राणी, स्थान, विज्ञान, तकनीक तथा अन्य बहुत-सी बातों का वर्णन किया गया है। अधिकतर तथ्यों की सचित्र प्रस्तुति की गई है ।
यह पुस्तक आम पाठकों, विशेषतया बच्चों को मद्देनजर रखते हुए बहुत आसान एवं लोकप्रचलित भाषा में लिखी गई है। आशा है कि इसे सभी पाठकों से प्रोत्साहन मिलेगा।
संजीव गर्ग
 


विषय-सूची
1. अदभुत ग्रह धरती
2. ब्रह्माण्ड के विषय में अविश्वसनीय तथ्य
3. मानव-शरीर के कुछ तथ्य
4. जंतुओं की विचित्र दुनिया
5. विचित्र पक्षी
6. विचित्र वनस्पति
7. अदभुत लोग
8. स्थानों के विषय में विचित्र तथ्य
9. विज्ञान और तकनीकी के चमत्कार
10. कुछ अन्य आश्चर्य

1
अदभुत ग्रह धरती
विचित्र गर्जन
बादलों की गर्जन तो हम सबने सुनी है, लेकिन रेगिस्तानों में टीलों से खिसकने वाले रेत से भी तेज गर्जन पैदा होती है।
कितना ठंडा
जनवरी महीने में उत्तरी भारत में 3° या 4° सेल्सियस पर ठंड के मारे लोग दांत किट- किटाने लगते हैं। क्या तुम जानते हो कि दक्षिणी ध्रुव का औसत तापमान-50° सेल्सियस रहता है? सन् 1983 में रूस के वोस्तोक केंद्र पर दक्षिणी ध्रुव के पूर्व में न्यूनतम तापमान-89.2° सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
चुंबकीय ध्रुव
अधिकांश लोग सोचते हैं कि भौगोलिक उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों से चुंबकीय उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों की दूरियां समान हैं, लेकिन वास्तव में भौगोलिक उत्तरी ध्रुव से चुंबकीय उत्तरी ध्रुव की दूरी 1,600 किमी. तथा भौगोलिक दक्षिणी ध्रुव से चुंबकीय दक्षिणी ध्रुव की दूरी 2,570 किमी. है।


गर्म चश्मा (गीजर)
अमेरिका के यलोस्टोन पार्क का ओल्ड फेथफुल गीजर (Old Faithful Geyser) प्रतिदिन हजारों गैलन गर्म पानी का फव्वारा हवा में छोड़ता रहता है, जिसकी ऊंचाई 37 से 46 मी. तक जाती है। यह देखने में अत्यंत सुंदर लगता है।
वायु की चाल
अंटार्कटिका में वायु का वेग कभी-कभी 300 किमी. प्रतिघंटा से भी अधिक हो जाता है। इतना वेग तो तीव्रतम तूफान का भी नहीं होता है।
अत्यधिक आवाज वाला ज्वालामुखी-विस्फोट
पिछले 3,000 वर्षों की अवधि में सबसे विशाल ज्वालामुखी-विस्फोट इंडोनेशिया के क्रेकाटोआ नामक स्थान पर 27 अगस्त, 1883 को हुआ था। यह 1,500 मेगाटन टी. एन. टी. के समतुल्य था। यह दुनिया के विशालतम परमाणु बम से 25 गुना अधिक शक्तिशाली था। इस विस्फोट की आवाज 4,700 किमी. दूर ऑस्ट्रेलिया तक में सुनी गई थी।
पृथ्वी पर जीवन
पृथ्वी पर जीवन का आरंभ लगभग 350 करोड़ वर्ष पहले हुआ था। यह अवधि पृथ्वी के निर्माण के केवल 110 करोड़ वर्ष बाद थी।
नील नदी
विश्व की 50 विशाल नदियों में से मिस्र की नील नदी 6,650 किमी. लंबी है। अमेजन नदी की लंबाई 6,450 किमी. है।
बिना वर्षा वाला रेगिस्तान
चिली के अटकामा मरुस्थल में सन् 1971 तक 400 वर्षों को अवधि में कभी भी बरसात नहीं हुई। यह विश्व का सबसे सूखा स्थान माना जाता है।
पृथ्वी के चारों और नाव खेना
60° दक्षिण अक्षांश पर पृथ्वी के चारों ओर नाव खेना संभव है।
पुरातन चट्टानें
धरती की सबसे पुरातन चट्टानें पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में हैं। इनकी आयु 320 करोड़ वर्ष आंकी गई है। ये धरती के जन्म के 30 करोड़ वर्ष बाद ही निर्मित हो गई थीं।
अंतर्राष्ट्रीय दिनांक-रेखा
अंतर्राष्ट्रीय दिनांक-रेखा को पार करने वाला यात्री सप्ताह में दो बार एक ही स्थान से गुजर सकता है।


जल-चक्र
सागरों का जल वाष्प बनकर बादलों का रूप धारण करके वर्षा के रूप में धरती पर गिरता है और फिर बहता हुआ सागरों में पहुंचता है। इसे ‘जल-चक्र' कहते हैं। जल की इस यात्रा में 1,000 वर्ष का समय लगता है।
सबसे कम ऊंचाई की पहाड़ी
सीरिया के मानचित्र में सबसे नीची पहाड़ी, जिसकी ऊंचाई केवल 15 फुट है, दिखाई गई है। उस का नाम बुक्ति थाम्पसन है।
बर्फ की मोटाई
अन्टार्कटिका में गिरने वाले हिम की अधिकतम मोटाई 4,776 मी. मापी गई है। यह लगभग 3 मील है।
ज्वार
फन्डी (Fundy) की खाड़ी में विशालतम ज्वार आते हैं।

धरती के गर्भ में झील
धरती की सतह पर तो झीलें हम सभी ने देखी हैं, परंतु एक झील ऐसी भी है जो धरती के अंदर है। इसका नाम लॉस्ट सी (Lost Sea) है। यह अमेरिका में है तथा इसकी खोज सन् 1905 में की गई थी।
बालू के टीले
सहारा मरुस्थल में बालू के टीलों की ऊँचाई 1,400 फुट तक पहुंच जाती है। यह ऊंचाई धरती के अनेक पहाडों के बराबर है।
सागर
धरती पर हम जिधर भी नजर डालते हैं, हमें भूमि दिखाई देती है, लेकिन आश्चर्य की बात तो यह है कि हमारी पृथ्वी का 71% भाग सागरों से ढका हुआ है।


हिमखंड
सन् 1956 में अंटार्कटिका में एक हिमखंड देखने को मिला, जो 335 किमी. लंबा और 97 किमी. चौड़ा था। इसका आकार हमारी राजधानी दिल्ली से भी कहीं बड़ा था।
यदि अंटार्कटिका की बर्फ पिघल जाए, तो
यदि अंटार्कटिका महाद्वीप की सारी बर्फ पिघल जाए, तो विश्व के सागरों का जल-स्तर इतना ऊंचा हो जाएगा, जिससे सारी दुनिया में बाढ़ आ जाएगी।
सहारा
सहारा रेगिस्तान इतना विशाल है कि इसने धरती का 1/8 भाग घेर रखा है। इसका क्षेत्रफल लगभग 90 लाख वर्ग किमी. है।

प्राकृतिक पुल
मनुष्य ने धरती पर अनेक सुंदर पुलों का निर्माण किया है। साथ-ही-साथ प्रकृति ने भी पुलों का निर्माण किया है। प्रकृति द्वारा निर्मित यह पुल चीन में सिंकिएंग नामक स्थान पर है। इसकी ऊंचाई 312 मी. है तथा इसका फैलाव 45 मी. है।
समुद्री जल का स्तर
धरती पर ऊष्मीय प्रभाव के कारण कैस्पियन सागर में जल का स्तर ऊपर होना शुरु हो गया है। ऐसा भी हो सकता है विश्व के महाद्वीपों में इस प्रभाव के करण बाढ़ आ जाए। पृथ्वी पर निग्नतम बिंदु : मृत सागर सबसे लंबी नदी : नील नदी सबसे बड़ा मरुस्थल : सहारा सबसे गहरी झील : बैकाल झील सबसे बड़ा टापू : ग्रीनलैंड
सबसे ऊंचा पर्वत शिखर : माउण्ट एवरेस्ट – 8,848 मी. सबसे बड़ा समुद्र : साउथ चाइना सी सबसे बड़ा महाद्वीप : एशिया

सबसे बड़ा और गहरा सागर : प्रशांत महासागर नवीनतम टापू : लतीकी उच्चतम जल-प्रपात : एन्जल प्रपात सबसे बड़ा डेल्टा : गंगा और ब्रह्मपुत्र (बंगला देश में) सबसे बड़ी खारी झील : कैस्पियन सागर सबसे बड़ी मीठे पानी की झील : सुपीरियर झील सबसे लंबा ग्लैशियर : लैंबर्ट ग्लैशियर धरती की सतह का क्षेत्रफल : 51 ,01 01,000 वर्ग कि.मी.

2
ब्रह्माण्ड के विषय में अविश्वसनीय तथ्य
विशालतम तारा
ऐन्टेरीज तारे (Antares star) का व्यास 42 करोड़ किमी. है। यह सूर्य के व्यास से लगभग 300 गुना अधिक बड़ा है।
ब्लैक होल
वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में कुछ ब्लैक होल्स का पता लगाया है। इनके अंदर गुरुत्वार्कषण बल इतना अधिक होता है कि यह ब्रह्माण्ड की किसी भी वस्तु को निगल सकता है। यहां तक कि यह किसी गुजरते हुए तारे और उसके प्रकाश को भी निगल जाता है। यदि एक किलोग्राम वजन की एक पुस्तक किसी ब्लैक होल से 6 मी. दूरी पर रखी जाए, तो उसका भार कई करोड़ टन हो जाएगा। भार की यह वृद्धि गुरुत्व बल के कारण ही होती है।
चंद्रमा की सतह के गढ्डे
चंद्रमा की सतह पर विभिन्न आकारों के अनेक गढ्डे हैं, जिनमें से कुछ का व्यास तो 250 किमी. तक है। इन गढ्डों का निर्माण बहुत समय पहले उल्का पिण्डों के टकराने से हुआ था।


बिजली कड़कना
क्या आप विश्वास कर सकते हैं कि विश्व में प्रतिक्षण 1,800 बर बादलों को गर्जन होती है और इन गर्जनों में प्रति मिनट 6,000 बार बिजली चमकती है।
सबसे बड़ा ज्वालामुखी
हमारी धरती पर अनेक ज्वालामुखी फटे हैं और फटते रहते हैं, लेकिन सौर परिवार का सबसे बड़ा ज्वालामुखी मंगल ग्रह के चंद्रमा ओलंपस पर है। यह 600 किमी. चौड़ा और 24,000 मी. ऊंचा है। यह एवरेस्ट पवंत्त से भी 3 गुना अधिक ऊंचा है।
सूर्य की अपनी परिक्रमा
सूर्य भी आकाशगंगा की परिक्रमा करता है। इसे आकाशगंगा के केन्द्र की एक परिक्रमा में 22 करोड़ वर्ष का समय लगता है। अब तक सूर्य ने उसकी केवल 20 परिक्रमाएं की हैं।
प्राकृतिक विद्युत घर
क्वासर्स नामक तारे विशालकाय विद्युत उत्पादन केंद्र हैं। वे एक प्रकाश वर्ष दूरी से इतनी विद्युत पैदा करते हैं जितनी सैकडों मंदाकिनियां (Galaxies) करती हैं।
वर्षा का सागर
वर्षा का सागर (Sea of Rains) हमारे चंद्रमा पर स्थित है। आश्चर्य की बात यह है कि इसमें एक बूंद भी पानी नहीं है।
उलका का टकराना
रोजाना हजारों उल्कापात होते रहते हैं, लेकिन उनकी मानव से टकराने की संभावना न के बराबर होती है। सन् 1954 में एक उल्का अमेरिका के अलबामा राज्य की एक महिला से टकराई। इसके टकराने से महिला को गंभीर चोट आई थी।
आकाशीय मिसाइल
30 जून, 1908 की सुबह साइबेरिया की स्टोनी तुंगुस्का ( Stony Tunguska) नदी के ऊपर आकाश में अत्यंत चमकीले आग के एक गोले का विस्फोट हआ। यह विस्फोट 12 मैगाटन बम के समतुल्य था। 30 किमी. दूरी तक यह आग का गोला पेड़ों से टकराया और सारे जंगल में इससे आग लग गई। भूकंप की भांति इससे प्रघाती तरंगे (Shock waves) पैदा हो गई। ऐसा अनुमान है कि यह गोला किसी धूमकेतु के सिर का एक हिस्सा था, जिसका व्यास 100 मी. और वजन लगभग 10 लाख टन था।

हैली धूमकेतु
हैली धूमकेतु एक प्रसिद्ध पुच्छलतारा है। यह प्रत्येक 76 वर्ष बाद आकाश में दिखाई देता है। अभी कुछ वर्ष पहले यह सन् 1986 में देखा गया था।
अंतरिक्ष में ठहरने का रिकॉर्ड
अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में सामान्यत : कुछ दिन ठहरते हैं, लेकिन रूस के वैले रामिन (Valley Ryumin) ने अंतरिक्ष में ठहरने का एक रिकॉर्ड स्थापित किया। वे सैल्यूत - 6 में 362 दिनों तक अंतरिक्ष में रहे।

सूर्य का जीवन-काल
सूर्य की आयु लगभग 5 अरब वर्ष है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अभी इसका जीवन 5 अरब वर्ष और बाक

  • Univers Univers
  • Ebooks Ebooks
  • Livres audio Livres audio
  • Presse Presse
  • Podcasts Podcasts
  • BD BD
  • Documents Documents